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भारत एक राष्ट्र के रूप में स्वयं से प्रकाशमान है

                                                                                                                                                                                     15.08.2023

भारत एक राष्ट्र के रूप में स्वयं से प्रकाशमान है



• सांची विश्वविद्यालय में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
• ‘विश्व के बदलाव में अब भारत की भी भूमिका है’
• ‘विश्व भारत की ओर देख रहा है’

सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराया गया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अलकेश चतुर्वेदी ने झंडा फहराया। इस मौके पर प्रो. नवीन कुमार मेहता ने कहा कि सभी को चाहिए कि प्रत्येक कार्य को अंतर्मन से करें ताकि वह कार्य पूर्ण हो सके। 
उनका कहना था कि स्वानुशासन ही व्यक्ति को महान बनाता है। प्रो. मेहता का कहना था कि राष्ट्र और देश में शाब्दिक फर्क होता है, राष्ट्र व्यापक है और स्वयं से प्रकाशमान है जबकि देश की सीमा होती है। उन्होंने कहा कि भारत एक राष्ट्र के रूप में स्वयं से ही प्रकाशमान है। 
सांची विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अलकेश चतुर्वेदी ने कहा कि हम अंग्रेज़ों की गुलामी से स्वाधीन तो हो गए हैं लेकिन अभी स्वतंत्र होना बाकी है। उन्होंने कहा कि विश्व में कई बदलाव हो रहे हैं और आज भारत विश्व की भू-राजनीति में, भू-आर्थिकता में (Geo Politics & Geo Economics) में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और शक्तिशाली है तथा अब हमारी भूमिका देखने वालों की नहीं रही है बल्कि विश्व के अन्य देश अब भारत की ओर देख रहे हैं। 
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छात्रों व शिक्षकों ने देशभक्ति में डूबी कई कविताएं प्रस्तुत कीं।