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सांची विश्वविद्यालय के छात्र ने जीता चित्रकारी का राष्ट्रीय पुरस्कार

  • - मध्य प्रदेश के विदिशा के रहने वाले हैं भारत कुमार
  • - आईफाक्स (AIFACS) ने प्रोफेशनल चित्राकारों के लिए आयोजित की थी प्रतियोगिता
  • - 200 से अधिक राष्ट्रीय चित्रकारों के बीच भारत को मिली सफलता
  • - आर्किटेक्ट प्रतियोगिता में भी जीता भारत ने पुरस्कार
  • - विवि के इंडियन पेंटिंग विभाग की छात्रा स्नेहलता मिश्रा का जे.आर.एफ में चयन
  • - विभागाध्यक्ष को भी मिला राष्ट्रीय महिला कलारत्न पुरस्कार

सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के इंडियन पेंटिंग विभाग में पी.एच.डी कर रहे छात्र भारत कुमार जैन ने चित्रकारी का राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार जीता है। भारत को AIFACS (All India Fine Arts & Craft Society, New Delhi) इस पुरस्कार के तौर पर 25 हज़ार रुपए नगद प्रदान करेगी। वे 10 दिसंबर को इस पुरस्कार को ग्रहण करने के लिए दिल्ली में होंगे। भारत कुमार  विदिशा के रहने वाले हैं। AIFACS आईफाक्स प्रतिवर्ष इस प्रतियोगिता को आयोजित करता है। इस प्रतियोगिता में फ्री लांस करने वाले प्रोफेशनल चित्रकार हिस्सा लेते हैं। यह प्रतियोगिता सभी स्तर के प्रतिभागियों के लिए आयोजित की जाती है। भारत कुमार के अलावा 200 से अधिक चित्रकारों का चयन इस प्रतियोगिता के लिए किया गया था जिसमें उन्होंने सर्वप्रथम स्थान हासिल किया है।

आईफाक्स के इस पुरस्कार के अलावा भारत कुमार का चयन सीएमआर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बैंगलोर के कैंप के लिए भी हुआ है। इस चयन के लिए संस्थान ने उन्हें 15 हज़ार रुपए नगद के पुरस्कार से नवाज़ा है। दरअसल, सीएमआर एजुकेशनल संस्था आर्किटेक्ट विश्वविद्यालय बैंगलोर संस्था है और इस कैंप के लिए पूरे देश से 25 चित्रकारों का चयन किया गया था। कैंप में चयनित होने वाले मध्य प्रदेश के एकमात्र चित्रकार भारत भी थे। संस्था ने कला के साथ आर्किटेक्ट को जोड़ते हुए अध्ययन को प्राथमिकता दी थी जिसके लिए इन चित्रकारों को चित्रकारी के लिए आमंत्रित किया गया था।

सांची विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य डॉ यज्ञेश्वर एस. शास्त्री एवं कुलसचिव श्री अदिति कुमार त्रिपाठी ने भारत कुमार को उनकी इन दोनों सफलताओं के लिए बधाई दी। सांची विश्वविद्यालय के इंडियन पेंटिंग विभाग को एक साथ तीन सफलताएं हासिल हुई हैं। इन अधिकारियों ने इन कामयाबियों के लिए भी विभाग और विभागाध्यक्ष को बधाई दी। विश्वविद्यालय की ही पी.एच.डी की छात्रा स्नेहलता मिश्रा का चयन यूजीसी के जे.आर.एफ(जूनियर रिसर्च फैलोशिप) के लिए हुआ है। उन्हें इस कामयाबी के लिए यूजीसी की ओर से 30 हज़ार रुपए प्रतिमाह की स्कॉलरशिप मिलेगी।

विश्वविद्यालय की इंडियन पेंटिग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ सुष्मिता नंदी को टोंक राजस्थान के बारहवें राष्ट्रीय कलापर्व क्रेयॉन्स की अंतरंग कला एवं शिक्षण संस्थान ने राष्ट्रीय महिला कलारत्न पुरस्कार से नवाज़ा है।

भारत कुमार का पूर्व में भी राष्ट्रीय ललित कला अकादमी के लिए चयन हो चुका है। वे केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की स्कॉलरशिप के लिए भी चयनित हो चुके हैं तथा प्रफुल्ल धनकर केंद्रीय ज़ोन अवार्ड के लिए भी चयनित किए जा चुके हैं।